2 अगस्त 2024 को प्रसारित “अनुपमा” के एपिसोड में कई भावुक और महत्वपूर्ण घटनाएं सामने आईं। एपिसोड की शुरुआत में अनुपमा ने आद्या की खोज करने का फैसला किया। उसने इंद्रा से कहा कि किसी भी आपात स्थिति में किंजल या टीटू की मदद ले ले। अनुपमा ने अंकुश से मिलने का निश्चय किया ताकि वह आद्या की मौत के बारे में उससे सामना कर सके। अनुपमा को उम्मीद है कि आद्या वापस आ जाएगी।
सागर ने अनुपमा से कहा कि वह भी उसके साथ जाएगा, लेकिन अनुपमा ने कहा कि सागर ठीक नहीं है। बाला ने अनुपमा के साथ जाने का फैसला किया। अनुपमा ने बाला से अनुरोध किया कि वह अनुज का ख्याल रखे। बाला ने अनुपमा को आश्वासन दिया। इंद्रा ने कहा कि बाला की अनुपस्थिति में वह अनुज का ख्याल रखेगी। अनुपमा ने बाला से कहा कि अनुज को शाह हाउस जाने न दें।
अनुपमा ने बाला से कहा कि कावेरी और कॉफी का ख्याल रखें। उसने अनुज से मिलने से पहले न मिलने का फैसला किया और आद्या को खोजने के लिए निकल पड़ी। रास्ते में उसे पंडित जी मिले जिन्होंने अनुज का वॉलेट वापस किया। अनुपमा यह देखकर चौंक गई कि अनुज ने अपने वॉलेट में उसकी तस्वीर रखी है। अनुज ने वॉलेट लेते हुए कहा कि उसमें आद्या की तस्वीर है। पंडित जी ने अनुपमा से कहा कि जब तक उसे जवाब न मिल जाए, तब तक वह हार न माने।
मीना ने अपने स्टेथोस्कोप के माध्यम से बातचीत की। लीला और किंजल ने मीना को उसकी इंटर्नशिप के पहले दिन की शुभकामनाएं दीं। मीना अपनी इंटर्नशिप के बारे में नर्वस हो गई। किंजल और लीला ने उसे प्रोत्साहित किया। अनुपमा ने सागर से अनुज, बाला, नंदिता और आशा के बारे में जानकारी ली। उसने कॉफी को खाने के लिए कहा। सागर ने अनुपमा से पूछा कि क्या वह ठीक है। अनुपमा ने कहा कि जब अनुज ठीक नहीं है, तो वह कैसे ठीक हो सकती है।
वनराज ने मीना से ड्राइवर लेने को कहा, लेकिन मीना ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने का फैसला किया। पाखी ने मीना से कहा कि वह सागर के ऑटो-लव में न फंसे। किंजल ने मीना को लोकेशन पर छोड़ने का निर्णय लिया। वनराज ने परितोष से कहा कि मीना पर नजर रखें। उसे राजपाल का फोन आया।
अनुपमा ने अंकुश को खोजने की कोशिश की। मीना और किंजल सागर के ऑटो में अस्पताल पहुंचने के लिए सवार हो गए। परितोष ने सागर और मीना का पीछा करने का फैसला किया। किंजल ने सागर को उसकी मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। अनुपमा अंकुश के घर पहुंची। किंजल और मीना ने ऑटो की सवारी का आनंद लिया। सागर मीना से प्रभावित हो गया।
वनराज ने हार्दिक से मुलाकात की। हार्दिक ने वनराज से पूछा कि वह आशा भवन क्यों खरीदना चाहता है। वनराज ने कहा कि पैसे कमाने के लिए। हार्दिक ने वनराज से पूछा कि क्या उसे अनुपमा से कोई समस्या है। वनराज ने कहा कि वह पॉश इलाके में गरीबों को नहीं चाहता। हार्दिक ने आशा भवन को बेचने के लिए वनराज से सौदा किया। अंकुश और बरखा अनुपमा को देखकर चौंक गए।
एपिसोड के अंत में, अनुपमा ने देखा कि अंकुश और बरखा उसके सामने खड़े हैं। अगले एपिसोड के पूर्वावलोकन में, अनुज आद्या के बारे में सोचते हुए अनुपमा को आद्या की मौत का दोषी ठहराता है। यह सुनकर अनुपमा, वनराज और अन्य लोग चौंक जाते हैं।
यह एपिसोड दर्शकों को भावनात्मक और रोमांचक मोड़ों के साथ बांधे रखने में सफल रहा। अनुपमा और अनुज के बीच की जटिलताएं और आद्या की खोज ने कहानी को और भी दिलचस्प बना दिया है। दर्शक आगामी एपिसोड्स में और भी नाटकीय घटनाओं की उम्मीद कर सकते हैं।