10 अगस्त 2024 को मंगला लक्ष्मी धारावाहिक के एपिसोड की शुरुआत होती है। इस दिन की घटनाओं ने दर्शकों के दिलों को छू लिया। एपिसोड की शुरुआत में अदित और कुसुम के बीच एक गहरी बातचीत होती है। अदित कुसुम को समझाने की कोशिश करता है कि उसके कार्यों का उद्देश्य ईशाना का भला करना है, न कि किसी को दुख पहुंचाना। वह कुसुम से माफी मांगता है यदि उसके कार्यों से उसे किसी प्रकार का कष्ट हुआ हो। कुसुम, अदित के शब्दों से प्रभावित होकर उसे गले लगाती है और ईशाना से एक आखिरी बार मिलने की इच्छा व्यक्त करती है। अदित इस कठिन परिस्थिति को स्वीकार करता है और वादा करता है कि वह ईशाना को एक दिन के लिए घर लाने की कोशिश करेगा। मंगला, जो इस बातचीत को सुन रही होती है, अदित का धन्यवाद करती है और उसे रात के खाने पर आमंत्रित करती है। अदित यह कहते हुए इनकार करता है कि उसने पहले ही अपने दोस्त की मां द्वारा दिया हुआ खाना खा लिया है, और टिफिन बॉक्स मंगला को वापस कर देता है।
अगले दिन, मंगला कुसुम से अपनी बेटी ईशाना की याद को लेकर अपने दिल की बात करती है। दोनों महिलाएं इस बात पर चर्चा करती हैं कि वे किस प्रकार अदित को ईशाना को घर लाने के लिए मना सकती हैं। मंगला को विचार आता है कि अदित के आगामी जन्मदिन का बहाना बनाकर ईशाना को घर बुलाया जाए। वह यह योजना कुसुम के साथ साझा करती है, लेकिन तभी उसे अक्षय का फोन आता है और वह बात करने के लिए बाहर चली जाती है। मंगला के जाने के बाद, कुसुम टिफिन बॉक्स खोलती है और उसमें “एस” अक्षर का कढ़ाई किया हुआ रुमाल पाती है, जो किसी गहरे रहस्य की ओर इशारा करता है।
इस बीच, मंगला कार्तिक के साथ वीडियो कॉल के दौरान अदित के लिए सरप्राइज जन्मदिन पार्टी की योजना बनाती है और इस पर जोर देती है कि इस पार्टी में ईशाना की उपस्थिति बहुत जरूरी है। कार्तिक उसे आश्वासन देता है कि वह ईशाना को पार्टी में लाएगा। लेकिन इस बातचीत को सौम्या सुन लेती है, जो उसी रेस्टोरेंट में होती है। मंगला की योजना को समझते हुए सौम्या भी अदित के लिए अपनी सरप्राइज पार्टी की योजना बनाती है, जिससे संभावित टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
बाद में, सौम्या अदित से उसके जन्मदिन की योजनाओं के बारे में अनायास पूछती है। अदित उसे बताता है कि वह अपने परिवार के साथ इस दिन को मनाने का इरादा रखता है। सौम्या उसे शाम को अपने साथ भी पार्टी करने के लिए राजी कर लेती है, और अदित इस पर सहमति व्यक्त करता है। दूसरी ओर, मंगला अदित के लिए केक बनाने की तैयारी में जुटी होती है, जबकि कार्तिक उसे केक ऑर्डर करने की पेशकश करता है। मंगला खुद ही केक बनाने पर जोर देती है, जिससे उसकी अपने बेटे के प्रति गहरी स्नेह और देखभाल का पता चलता है।
जैसे-जैसे दिन बीतता है, ईशाना मंगला को फोन करती है और अपने दुख और घर लौटने की इच्छा को व्यक्त करती है। वह खाने की कमी और अकेलेपन की शिकायत करती है, जिससे मंगला चिंतित हो जाती है। मंगला ईशाना की स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो जाती है और उसकी टीचर से बात करने का निर्णय लेती है। वह टीचर को समझाती है कि ईशाना के खाने का ध्यान रखना कितना महत्वपूर्ण है। टीचर इस बात पर सहमत होती है कि ईशाना का खाना घर से भेजा जा सकता है। फोन कॉल खत्म होने से पहले, ईशाना अदित के जन्मदिन के लिए घर आने की इच्छा व्यक्त करती है, लेकिन उसकी टीचर उसे याद दिलाती है कि समय खत्म हो गया है और फोन कॉल अचानक समाप्त हो जाता है।
कुसुम, जो इस पूरे घटनाक्रम से चिंतित होती है, अदित को फोन करती है। उनकी बातचीत तब बाधित होती है जब सौम्या फोन ले लेती है और उसे एक तरफ रख देती है। वह अदित को डांटती है कि जब उसने उसके लिए एक सरप्राइज पार्टी आयोजित की है, तो वह अन्य मामलों में ध्यान क्यों भटका रहा है। यह पार्टी सिनलो कैफे में आयोजित होनी थी। कुसुम इस बातचीत को सुन लेती है और अदित को बिना अपने परिवार के केक काटने से रोकने का निर्णय लेती है। वह जल्दी से सुदेश और मंगला को इस स्थिति के बारे में सूचित करती है और उन्हें कैफे में शामिल होने के लिए कहती है। मंगला, हालांकि, ईशाना के लिए खाना तैयार करने में व्यस्त होती है, लेकिन वह यह काम पूरा करने के बाद कैफे में जाने के लिए तैयार हो जाती है।
मंगला, ईशाना का खाना तैयार करती है और इसे एक बॉक्स में पैक करती है, जिससे वह इसे अपने साथ ले जा सके। इस बीच, कैफे में, कुसुम और सुदेश ठीक समय पर पहुँच जाते हैं और अदित को केक काटने से रोक लेते हैं। कुसुम अदित से पूछती है कि वह अपने परिवार के बजाय सौम्या के साथ अपना जन्मदिन क्यों मना रहा है। सौम्या स्थिति को सुधारने की कोशिश करती है और बताती है कि सरप्राइज पार्टी अदित के ऑफिस के सहकर्मियों द्वारा आयोजित की गई थी, जो अभी रास्ते में थे। इसके बाद, सौम्या एक कॉल करने के लिए किनारे पर चली जाती है, संभवतः उन सहकर्मियों को बुलाने के लिए जिनका उसने उल्लेख किया था। हालाँकि, कुसुम अभी भी संतुष्ट नहीं होती है और अदित से व्यक्तिगत रूप से बात करने पर जोर देती है।
जैसे-जैसे तनाव बढ़ता है, मंगला कैफे जाने की तैयारी करती है, इस दृढ़ निश्चय के साथ कि वह अदित के जन्मदिन के लिए वहाँ उपस्थित रहेगी, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी जटिल क्यों न हों। एपिसोड एक रोमांचक मोड़ पर समाप्त होता है, जिससे दर्शक यह जानने के लिए उत्सुक होते हैं कि पारिवारिक संबंध कैसे विकसित होंगे और क्या अदित अपनी माँ की इतनी प्रबल इच्छा के अनुसार ईशाना को जन्मदिन की पार्टी में लाने में सफल हो पाएगा।