भोपाल: आयकर विभाग ने भोपाल के मंडोरा गांव के पास एक जंगली इलाके में एक लावारिस वाहन से 52 किलोग्राम सोना और 10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं।
अधिकारियों ने इस खोज को भोपाल, इंदौर और ग्वालियर सहित मध्य प्रदेश के तीन जिलों में रियल एस्टेट और निर्माण फर्मों को निशाना बनाकर हाल ही में की गई व्यापक छापेमारी से जोड़ा है।
बुधवार सुबह 6:45 बजे भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में 52 परिसरों में एक साथ छापेमारी शुरू की गई।
जांच का प्राथमिक फोकस है त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनीजिसका स्वामित्व राजेश शर्मा और उनसे जुड़े व्यक्तियों के पास है।
अधिकारियों को 25 लॉकर और करीब 5 करोड़ करोड़ रुपये नकद मिले हैं।
बड़ी मात्रा में दस्तावेज़, आभूषण, मोबाइल फोन और महत्वपूर्ण डेटा वाली हार्ड डिस्क जब्त की गईं।
भूमि लेनदेन से जुड़े नकद जमा से जुड़े कर चोरी के साक्ष्य।
क्वालिटी ग्रुप, ईशान ग्रुप और त्रिशूल कंस्ट्रक्शन ग्रुप जैसी कंपनियां जांच के दायरे में हैं, साथ ही शर्मा के सहयोगी, जिनमें प्रॉपर्टी डीलर दीपक भावसार, विनोद अग्रवाल और रूपम शिवानी भी शामिल हैं।
जांच में शर्मा के महत्वपूर्ण प्रभाव का पता चला, जिसमें सीएम राइज स्कूल बनाने का उनका अनुबंध और एक पूर्व भाजपा मंत्री से संबंध शामिल हैं। अधिकारियों को आने वाले दिनों में इस करोड़ों रुपये के घोटाले में और खुलासे होने की उम्मीद है।