10 अगस्त 2024 को प्रसारित एपिसोड में कुंडली भाग्य ने दर्शकों को एक बार फिर रिश्तों के जाल में उलझा दिया। कहानी की शुरुआत शौर्य के साथ होती है, जो निधि से सवाल करता है कि उसने उसे प्रीता के कदम के बारे में क्यों नहीं बताया। निधि जवाब देती है कि वह शौर्य को प्रीता की सच्चाई बताकर उसे आहत नहीं करना चाहती थी। वह बताती है कि उसने देखा कि प्रीता ने करण से राजवीर को सीईओ बनाने के लिए विनती की थी, और अब वह यह सब कुछ शौर्य से छीनकर अपने बेटे राजवीर को देने की कोशिश कर रही है।
शौर्य, जो पहले प्रीता का सम्मान करता था और उससे प्यार करता था, अब कहता है कि वह उसे अब न तो सम्मान दे सकता है और न ही कभी उससे प्यार कर सकता है। प्रीता उससे एक बार उसकी बात सुनने का अनुरोध करती है, लेकिन शौर्य बिना सुने ही वहाँ से चला जाता है।
प्रीता निधि से पूछती है कि उसने शौर्य से झूठ क्यों बोला, लेकिन निधि जवाब देने से मना कर देती है। प्रीता उसका पीछा करती है और फिर से वही सवाल पूछती है। इस पर निधि कहती है कि वह चाहती है कि शौर्य प्रीता से नफरत करे। प्रीता पूछती है कि उसने ऐसा क्या किया है जो उसे गलत समझा जा रहा है। वह खुद को निर्दोष बताती है।
निधि फिर कहती है कि उसने देखा है कि प्रीता ने करण से राजवीर को सीईओ बनाने के लिए कहा था। प्रीता उसे गलत काम करने से मना करती है और कहती है कि उसका करण से कोई रिश्ता नहीं है, वह सिर्फ उसका सम्मान करती है। वह कहती है कि उसे करण में कोई दिलचस्पी नहीं है और यह भी साफ करती है कि निधि की असुरक्षा का कारण उसकी सोच है कि करण प्रीता में रुचि रखता है। प्रीता चाहती है कि निधि अपने मुद्दों को उससे बात करके हल करे, बजाय इसके कि वह बच्चों को बीच में लाए। वह नहीं चाहती कि शौर्य उससे नफरत करे। प्रीता निधि को समझाती है कि वह शौर्य के दिल में नफरत पैदा कर रही है, जो गलत है।
प्रीता कसम खाती है कि वह करण से प्यार नहीं करती क्योंकि वह जानती है कि निधि उसकी पत्नी है। वह यह भी स्पष्ट करती है कि उसने करण से शौर्य को सीईओ बनाने के लिए कहा था, लेकिन करण ने राजवीर को इस पद के लिए चुना। निधि उसे दूर रहने की सलाह देती है और कहती है कि वह शौर्य से बात करेगी और उसके दिल की गलतफहमी को दूर करेगी। रक्षी (राखी) इस बातचीत को सुन लेती है। निधि प्रीता को करण के खिलाफ भड़काने का दोषी ठहराती है। प्रीता कहती है कि वह इस बात से खुश नहीं है कि राजवीर को वह पद मिला, और वह चाहती थी कि शौर्य ही उस पद को पाता।
निधि कहती है कि शौर्य तभी खुश रहेगा जब उसकी मां खुश रहेगी। वह प्रीता से वादा करवाती है कि वह कभी करण से प्यार नहीं करेगी और न ही करण को उससे प्यार करने देगी। प्रीता मान जाती है और कहती है कि वह अपना वादा हमेशा निभाएगी। रक्षी को यह देखकर झटका लगता है कि निधि प्रीता को अपनी चाल में फंसा रही है। प्रीता निधि की असुरक्षाओं को समाप्त करने के लिए दूर जाने का फैसला करती है। वह वहां रक्षी को देखती है।
इस बीच, पालकी राजवीर को करण की कार में देखती है और उसे फोन करके बधाई देती है। वह उसके लुक की तारीफ भी करती है। राजवीर इधर-उधर देखता है कि कहीं वह उसे देख तो नहीं रही है। पालकी उससे पूछती है कि क्या वह उसे पसंद करता है। राजवीर हां कहता है। वह उससे पूछती है कि क्या वह उससे प्यार करता है। करण, जो उसके साथ है, उसे प्रोत्साहित करता है कि वह पालकी से सही जवाब दे। करण मस्ती में कहता है कि वह उनकी बात नहीं सुनेगा और कानों में ईयरपॉड्स लगा लेता है।
रक्षी, जो सब कुछ देख रही है, प्रीता को कभी न छोड़ने की सलाह देती है। वह कहती है कि प्रीता के आने से लूथरा परिवार में खुशियाँ आई हैं। वह उसे बताती है कि यह घर भी उसका है और उसे निधि की कड़वी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। रक्षी को यकीन है कि करण केवल प्रीता से ही प्यार करता है और निधि कभी उसकी जगह नहीं ले सकती। वह निधि को रोकने का मन बना लेती है।
करण और राजवीर ऑफिस में स्टाफ से मिलते हैं, और स्टाफ उन्हें नए सीईओ के रूप में स्वागत करता है। शौर्य, जो यह सब देखता है, नाराज हो जाता है। करण शौर्य से बात करने का फैसला करता है।
प्रीता, कव्या के उदास होने पर उससे खरीदारी के लिए मदद माँगती है ताकि वह उसका मूड ठीक कर सके। कव्या को खुश करने के लिए प्रीता उसे खरीदारी के लिए ले जाती है। इस दौरान कव्या को ऐसा लगता है कि कोई उसका पीछा कर रहा है। वह पीछे मुड़कर देखती है, लेकिन वहां कोई नहीं होता। वह सोचने लगती है कि वह कौन था? क्या वरुण उसका पीछा कर रहा है? उसकी योजना क्या हो सकती है?
इस एपिसोड के अंत में, सभी किरदारों के बीच रिश्तों की जटिलता और बढ़ती दिखती है, जिससे आने वाले एपिसोड में कहानी और रोमांचक हो जाती है।