11 अगस्त 2024 की रात का यह घटनाक्रम एक बेहद ही नाटकीय मोड़ पर पहुँचता है। एपिसोड की शुरुआत होती है जब अर्शी को यह पता चलता है कि अनिरुद्धा होटल के कमरे में नहीं आया है। अनिरुद्धा झनक से मिलने गया था, और यह बात अर्शी को बिल्कुल भी रास नहीं आती। वह अपने पति पर दबाव डालती है कि वह तुरंत कमरे में लौटे, वरना वह डांस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेगी। अर्शी के दबाव में आकर अनिरुद्धा तुरंत अपनी पत्नी के पास लौटने का फैसला करता है। जाने से पहले अनिरुद्धा रुद्र प्रसाद से बात करता है और उसे पता चलता है कि झनक को प्रतियोगिता से बाहर करने के लिए कई षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।
कुछ घंटों बाद डांस प्रतियोगिता फिर से शुरू होती है। एंकर घोषणा करता है कि दो फाइनलिस्ट अंतिम दौर में पहुँच चुके हैं, जिनमें से एक झनक है। अनिरुद्धा और रुद्र प्रसाद को झनक पर गर्व महसूस होता है, जो सभी कठिनाइयों और षड्यंत्रों के बावजूद अंतिम दौर में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका पा चुकी है। जब एंकर ब्रिजभूषण से उनकी टिप्पणी पूछता है, तो वह खुलेआम झनक की निंदा करता है और उसकी आदतों को लेकर कटाक्ष करता है। उसकी नफरत झनक के प्रति उसके शब्दों में झलकती है और वह झनक की प्रतियोगिता में ईमानदारी पर सवाल उठाता है।
इसी दिन, अप्पू को तेज बुखार हो जाता है, लेकिन वह फिर भी लालन से मिलने की इच्छा जताती है। जब उसके माता-पिता यह देखते हैं, तो वे समझते हैं कि अप्पू एक बार लालन से मिलने के लिए संघर्ष कर रही थी। विपाशा और तनुजा दोनों ही अप्पू और लालन को उनके अपरिपक्वता के लिए दोषी ठहराते हैं और इस बात पर हंसते हैं कि अप्पू लालन से शादी करना चाहती है। अप्पू के दादा-दादी उसकी दोस्ती का सम्मान करते हैं और उसकी स्थिति के प्रति सहानुभूति रखते हैं। छोटन तुरंत डॉक्टर को बुलाने जाता है। अप्पू की भूख के लिए उसे आलोचना की जाती है, लेकिन बबलू उसकी आलोचना का विरोध करता है।
जब अप्पू बुखार में तड़प रही होती है, तो वह बार-बार लालन का नाम लेती है, जिससे उसके परिवार के सदस्य चिढ़ जाते हैं। वे यह समझ नहीं पाते कि अप्पू उस गरीब लड़के से इतनी प्रभावित कैसे हो गई है। बिपाशा को संदेह होता है कि अप्पू लालन के प्यार में पड़ गई है, जो सिर्फ एक सजावट करने वाला है। विपाशा अप्पू के लालची स्वभाव की आलोचना करती है, जो हमेशा अजनबियों से चॉकलेट और अन्य चीज़ें मांगती रहती है।
डांस प्रतियोगिता में, एक अन्य प्रतियोगी प्रतिक्षा को मंच पर बुलाया जाता है और वह अद्भुत प्रदर्शन करती है। अन्य प्रतियोगियों का प्रदर्शन देखकर, सृष्टि अपनी बेटी को मंच पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रोत्साहित करती है, वरना वह झनक और अन्य को हराने में असफल हो जाएगी। कुछ समय बाद, झनक को मंच पर प्रदर्शन करने के लिए बुलाया जाता है। उसका ऊर्जावान और इलेक्ट्रिफाइड प्रदर्शन सभी को चौंका देता है। अनिरुद्धा भी उसकी ओर देखता है। झनक के प्रदर्शन के बाद, अनिरुद्ध रुद्र से उसके भविष्य और योजनाओं के बारे में बात करता है। वह झनक के लिए एक सुरक्षित और बेहतर जीवन की कामना करता है, जिसने अपने पूरे जीवन में कई संघर्षों और अपमानों को सहा है। अनिरुद्ध रुद्र को बताता है कि झनक ब्रिज भूषण की बेटी है, जिसने उसे और उसकी माँ को उसके शिशु अवस्था में ही ठुकरा दिया था।