एसबीआई म्यूचुअल फंड ने 5 जुलाई 1999 को अपने उपभोक्ता अवसर (कन्सम्पशन अपॉर्च्युनिटीज) फंड की शुरुआत की थी। उस समय, बहुत कम लोग सोच सकते थे कि यह योजना उन्हें करोड़पति बना सकती है। लेकिन, जिन निवेशकों ने इसमें छोटे-छोटे मासिक एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से निवेश किया, वे आज इस योजना के जरिए करोड़ों रुपये का रिटर्न पा रहे हैं।
25 साल पहले शुरू की गई इस योजना ने निवेशकों को 18.90% की वार्षिक औसत दर से रिटर्न दिया है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति ने शुरुआत में 50,000 रुपये की एकमुश्त राशि जमा की और उसके बाद हर महीने 2000 रुपये की एसआईपी की, तो आज उसकी कुल निवेश राशि 6.50 लाख रुपये होती। लेकिन, इस योजना ने उस राशि को बढ़ाकर 1.42 करोड़ रुपये कर दिया है।
इस फंड की शुरुआत के समय निवेशकों को यह विश्वास करना कठिन था कि वे इतने बड़े रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। लेकिन समय के साथ, इस योजना ने खुद को एक भरोसेमंद निवेश विकल्प के रूप में साबित किया है। 25 सालों के दौरान, इस योजना ने निरंतर उच्च रिटर्न दिया है, जिससे निवेशक लाभान्वित हुए हैं।
यह योजना, जो 5 जुलाई 1999 को लॉन्च की गई थी, अपने बेंचमार्क निफ्टी इंडिया कंझम्पशन टीआरआई के साथ अच्छी तरह से तालमेल बनाए रखी है। 30 जून 2024 तक, इस फंड की कुल परिसंपत्तियाँ 2405 करोड़ रुपये थीं। इसके अलावा, इस योजना का खर्च अनुपात 2.03% था, जो इसे एक अच्छा निवेश विकल्प बनाता है।
निवेशक इस योजना में न्यूनतम 5000 रुपये की एकमुश्त राशि से निवेश कर सकते हैं। वहीं, मासिक एसआईपी के जरिए 500 रुपये से भी निवेश शुरू किया जा सकता है। जिन लोगों ने योजना की शुरुआत में एकमुश्त निवेश किया, उन्हें भी 16.34% वार्षिक रिटर्न मिला है, जो एक आकर्षक दर है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ता कंपनियों में निवेश करना है, जिनकी मांग भविष्य में बढ़ने की संभावना है। यह फंड उन कंपनियों में निवेश करता है, जो घरेलू बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जैसे कि खाद्य और पेय पदार्थ, व्यक्तिगत देखभाल, घरेलू उत्पाद, और अन्य उपभोक्ता वस्तुएं।
म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे यह हैं कि यह बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद भी लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है। हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, निवेश से पहले हमेशा एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए।
इस योजना की सफलता की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकती है, जो छोटी-छोटी बचत के माध्यम से बड़े रिटर्न की तलाश में हैं। 25 साल में एक छोटी सी राशि का इतना बड़ा हो जाना यह साबित करता है कि धैर्य और अनुशासन के साथ किया गया निवेश एक दिन बड़ा लाभ दे सकता है।
एसबीआई म्यूचुअल फंड की इस योजना ने न केवल अपने निवेशकों को समृद्ध किया है, बल्कि उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता भी दी है। यह योजना यह सिखाती है कि छोटी रकम का भी निवेश भविष्य में बड़ी संपत्ति में बदल सकता है, बशर्ते उसे सही समय पर और सही योजना में निवेश किया जाए।
इस योजना की सफलता उन निवेशकों के लिए भी एक सबक है, जो तत्काल लाभ की तलाश में रहते हैं। धैर्य और अनुशासन के साथ किया गया निवेश हमेशा फायदेमंद साबित होता है। इसलिए, सही योजना का चयन करें, समय पर निवेश करें और धैर्य के साथ प्रतीक्षा करें।
यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि छोटी-छोटी बचतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। नियमित बचत और निवेश से बड़ा रिटर्न मिल सकता है, जो भविष्य में आपकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।
म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश करना उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है, जो लंबी अवधि के लिए निवेश करने के इच्छुक हैं। इसके लिए, सही योजना का चयन करना और समय पर निवेश करना महत्वपूर्ण है। एसबीआई म्यूचुअल फंड की यह योजना एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे छोटी बचतों को बड़ा रिटर्न देने वाला बनाया जा सकता है।