आयुष्मान भारत योजना- राजस्थान में ₹5 लाख तक का मेडिक्लेम,निजी अस्पताल में भी कर पाएंगे इलाज।
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अगर आप राजस्थान में रहते हैं तो आपके लिए यह एक अच्छी खबर है। राजस्थान सरकार ने एक मेडिक्लेम बीमा योजना शुरू की है जिसके अंतर्गत आप सरकारी या निजी अस्पताल में अपना इलाज मुक्त करवा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत राजस्थान के लोग भारत में कहीं भी अपना इलाज कर सकते हैं। राजस्थान की सीएम अशोक गहलोत ने स्वास्थ्य बीमा योजना के दायरे में आने वाले लोगों को राहत दी है। इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत इसमें अन्य सुविधाएं भी शामिल है। सरकार ने आयुष्मान भारत बीमा योजना महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर इस योजना को प्रदेश में लागू करने का फैसला लिया है। राजस्थान में यह योजना आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम से जानी जाएगी। राजस्थान में करीबन 1 करोड़ 10 लाख परिवार इस योजना का लाभ उठा पाएंगे। यह योजना केंद्र सरकार के आयुष्मान भारत योजना से भिन्न है और इसमें अधिक लाभ शामिल किए गए हैं।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना राजस्थान सीएम अशोक गहलोत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत आरोग्य बीमा योजना राजस्थान में लागू नहीं थी। पर अभी यह योजना अधिक लाभ के साथ राजस्थान में अमल में लाई गई है।
क्या है खास इस योजना में?
इस योजना के तहत 1 करोड़ 10 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा। खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी भी इस योजना के अंतर्गत लाभ उठा पाएंगे। आयुष्मान योजना के तहत कम लोग लाभान्वित होते थे लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है।
इस योजना का लाभ क्या है?
आयुष्मान भारत के तहत बीमा राशि ₹3 लाख 50 हजार प्रति वर्ष थी। अब इसे गहलोत सरकार ने बढ़ाकर ₹5 लाखों रुपए कर दिया गया है। यानी राजस्थान में अब सामान्य से सामान्य परिवार की साल भर में ₹5 लाख रुपए तक का मेडिक्लेम ले सकता है। इस योजना के तहत आप निजी अस्पताल में भी ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत सामान्य बीमारियों के लिए ₹50,000 तक का इलाज मुफ्त में होगा। इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने से 5 दिन पहले और छुट्टी के 15 दिन बाद तक के मेडिकल खर्च शामिल है। राजस्थान के लाभार्थी अपना आधार कार्ड और जन आधार कार्ड अस्पताल की मदत से यह लाभ ले सकते हैं।
इस योजना के लिए राज्य सरकार सालाना 1400 सौ करोड़ रुपए खर्च करेगी। इस योजना के तहत अंतरराष्ट्रीय पोटेबिलिटी भी जल्दी लॉन्च की जाएगी। इससे राज्य के लोग देश के अन्य राज्यों में भी मुफ्त इलाज कर सकते हैं।