मुंबई: कोविड-19 महामारी के बीच रविवार और सोमवार को महाराष्ट्र में काफी मंदिरों में भीड़ देखी गई। कोरोनावायरस का प्रसार रोकने के लिए मंदिरों में आवश्यक व्यवस्था की गई है। लोग अब छुट्टियां आ गई है तो कई मंदिरों और पर्यटन स्थलों पर पहुंच गए हैं। महाराष्ट्र में शिर्डी, अक्कलकोट, कोल्हापुर, जेजुरी, अक्कलकोट और अष्टविनायक मंदिर में काफी भीड़ है। महाराष्ट्र में पैदल चलकर भाविक भगवान के दर्शन के लिए जा रहे है।
शिर्डी में साईं बाबा दर्शन के लिए मुंबई की ओर से पैदल चलते हुए काफी भाविक आ रहे हैं। शनिवार, रविवार और कल 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के कारण यह मंदिरों में भीड़ दिखाई दे रही है। जेजुरी में कल 90,000 भक्तों ने खंडेराय के दर्शन ले लिए है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि भक्तों को कोरोना के नियमों का पालन करने के लिए हम आवश्यक सूचनाएं दे रहे हैं। पर काफी जगह सामाजिक दूरी का उपद्रव देखा जा रहा है।
करीब 1 साल के बाद विट्ठल दर्शन के लिए लंबी कतारें लग रही है। कोरोना संकट के बाद पहली बार इतनी लंबी कतारें दिखाई दे रही है। लगातार छुट्टियों के कारण पंढरपुर में भक्तों और पर्यटकों के साथ काफी भीड़ दिखाई दे रही है।
कल पुत्रदा एकादशी होने के कारण काफी संख्या में वारकरी समुदाय के लोग पंढरपुर आए हैं। दर्शन के लिए पंढरपुर में कतारें चंद्रभागा घाट के पंचमुखी हनुमान मंदिर तक पहुंची है। पंढरपुर में सभी होटल और लॉजेस भरे हुए हैं। पंढरपुर मंदिर समिति का भक्त निवास में 200 रूम भर चुके हैं ऐसा मंदिर समिति के कार्यकारी अधिकारी विट्ठल जोशी ने बताया है। पंढरपुर में कल 15000 लोगों ने दर्शन लिया। आज 30 से 40 लाख लोगों को विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में दर्शन मिलेगा ऐसा समिति के अधिकारियों ने बताया।
शिरडी में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। हर दिन कम से कम 15000 से 20000 लोग साईं बाबा के दर्शन कर रहे हैं। कोरोला नियम सख्त होने की वजह से श्रद्धालु सामने आकर खुलकर बोल रहे है की भक्तो के लिए सामंजस्य लाना चाहिए और भक्तों को परेशान नहीं करना चाहिए। ऐसी मांग श्रद्धालु कर रहे हैं। शिर्डी में घंटों पास के लिए रुकना पड़ता है और उतना ही टाइम दर्शन के लिए कतार में बीतता जा रहा है। आज भी शिर्डी में काफी भीड़ दिखाई दे रही है।