चेन्नई: मद्रास विश्वविद्यालय (यूओएम) ने 2025 के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की वैज्ञानिक सामाजिक जिम्मेदारी (एसएसआर) नीति के तहत छात्रों के लिए एक इंटर्नशिप कार्यक्रम की घोषणा की है।
तदनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में बीटेक, कंप्यूटर साइंस, बायोटेक्नोलॉजी में एमएससी, माइक्रोबायोलॉजी या बायोकैमिस्ट्री जैसे पाठ्यक्रम करने वाले छात्र आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
हालांकि यूओएम इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम संचालित नहीं करता है, लेकिन संस्थान ने कहा कि जो छात्र बायोमेडिकल जेनेटिक्स या अन्य जीवन विज्ञान में एमएससी कर रहे हैं, वे एक महीने की इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। यूओएम के आनुवंशिकी विभाग के प्रमुख अन्वेषक डॉ. बी आनंदन ने कहा, “छात्रों का चयन उनकी शैक्षणिक प्रोफ़ाइल के आधार पर किया जाएगा। चयनित उम्मीदवारों को तदनुसार सूचित किया जाएगा। प्रत्येक चयनित उम्मीदवार को 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता का भुगतान किया जाएगा।
एसएसआर-डीएसटी नीति का उद्देश्य छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए अनुसंधान एवं विकास के बुनियादी ढांचे और विशेषज्ञता का प्रभावी ढंग से उपयोग करना है। जैसा कि परियोजना अनुमोदन में उल्लिखित है, सामाजिक प्रतिबद्धता अनुसंधान गतिविधियों के उनके प्रमुख अधिदेश को प्रभावित किए बिना अनुसंधान पहल का हिस्सा होगी।